अलीगढ़ नूरपुर गांव पलायन मामला,हिंदूवादी संगठन पहुंचे टप्पल गांव जाने की गई कोशिश.
0 Comments । By Black Cat News । 7 June, 2021
यूपी के अलीगढ़ के थाना टप्पल क्षेत्र में बीते दिनों नूरपुर में दलित समाज की बरात नहीं चढ़ाने दी गई थी। जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ। हिंदू लोग गांव से पलायन को तैयार हो गए। नूरपुर में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया। राजनेता भी अपनी रोटियां सेंकने लगे हैं। दलित समाज पर हुए अत्याचार के खिलाफ अब हिंदूवादी संगठन भी उतर आए और साध्वी प्राची के पहुंचने की सूचना मिली। जिस पर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता पहुंचे और गांव जाने की कोशिश की गई। प्रशासन ने रोक लिया।जिस पर इन लोगों ने वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया
अलीगढ़ के नूरपुर में आज हिंदूवादी संगठनों के पहुंचने की सूचना से माहौल थोड़ा गर्म हो गया। प्रशासन तमाम पुलिस फोर्स के साथ नूरपुर से पहले ऐसे संगठन के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए मौजूद था। अलीगढ़ के नूरपुर गांव में हिंदू परिवारों के पलायन की खबर सामने आने के बाद रविवार को साध्वी प्राची के वहां पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस सूचना को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है। जब हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और नूरपुर जाने की कोशिश की तो उनको प्रशासन ने रोक लिया। एसडीएम व सीओ खैर की मौजूदगी में बड़ी संख्या में पुलिसबल के साथ पीएसी तैनात कर दी गई थी। पुलिस ने गांव नूरपुर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया था और बाहरी लोगों के गांव के अंदर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। जिसके बाद इन लोगों ने वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया। कार्यकर्ता इस वजह से भी पहुंचे थे कि उनको जानकारी मिली की साध्वी प्राची नूरपुर कांड के पीड़ितों से मिलने आज अलीगढ़ आ रही हैं। फिलहाल प्रशासन ने किसी भी कार्यकर्ताओं को गांव में जाने नहीं दिया। इस दौरान हिंदूवादी संगठन के लोगों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई।
दरअसल अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के गांव नूरपुर में कुछ परिवारों ने आरोप लगाया था कि उनकी बरात को दूसरे समुदाय के लोग मस्जिद के सामने चढ़ने नहीं देते और मारपीट करते हैं। इसके बाद उन परिवार के लोगों ने मकान बिकाऊ है को अपनी दीवारों पर लिखवा दिया था। लोगों के इस तरह के पलायन की बात जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो नूरपुर का माहौल गर्म हो गया। लगातार वहां राजनीतिक संगठनों के लोग पहुंचने लगे। इस दौरान कुछ संगठन के लोगों ने विवादित बयान भी दिए। आज जब हिंदूवादी संगठन के लोगों को जानकारी मिली कि फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची नूरपुर कांड के पीड़ितों से मिलने पहुंच रही है तो वह हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता भी नूरपुर गांव पहुंचने लगे। लेकिन प्रशासन ने उनको रास्ते में ही रोक लिया और उनको गांव जाने नहीं दिया। प्रशासन का कहना था क्योंकि इस समय धारा 144 लगी हुई है इसलिए किसी को गांव में जाने की इजाजत नहीं है। इस दौरान करणी सेना के लोग भी वहां मौजूद थे। वह भी गांव जाना चाहते थे। प्रशासन द्वारा रोके जाने के बाद हिंदूवादी संगठन के लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया।
करणी सेना से जुड़े लोगों ने बताया कि हम अलीगढ़ के नूरपुर गांव में आए हैं और यहां पर शांति व्यवस्था ठीक नहीं चल रही थी। जो दूसरे समुदाय के लोग हैं मुस्लिम समुदाय के लोग वह अत्याचार कर रहे हैं। दलितों की बरात रोक दी थी। उनको इतना परेशान कर दिया था कि उन्होंने अपने घर के बाहर मकान बिकाऊ है लिख दिया था। जैसे यह बात हिंदू संगठनों के संज्ञान में आया वैसे ही हम उनके समर्थन में आज आए हैं कि आप लोग अपनी जगह छोड़कर ना जाए। आज हम उनके समर्थन में खड़े हैं। प्रशासन हमें आगे जाने नहीं दे रहा है। प्रशासन ने गांव के कुछ आदमी खड़े कर रखे हैं और उनको ऊपर दबाव से कहलवा रहा है कि गांव में शांति है। लेकिन नूरपुर में शांति नहीं है। हमें पता है पर हम को अंदर नहीं जाने दे रहे। जो मुसलमान है वह यह कह रहे हैं कि इस गांव में बारात चढ़ेगी तो हमारी परमिशन से चढ़ेगी। उस गांव के अंदर 3 मस्जिद है लेकिन मंदिर एक भी नहीं है। 400 साल पुराना गांव बताया जा रहा है।
मामले पर एसडीएम खैर अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि क्योंकि यहां पर धारा 144 लगी हुई है यह नूरपुर गांव में प्रवेश करना चाहते हैं। गांव में कुछ घटनाओं को लेकर f.i.r. दर्ज है उसमें कार्यवाही भी जारी है। इसलिए उन से अनुरोध किया जा रहा है कि आप लोग गांव में मत जाइए। गांव में आप जिससे बात करना चाहते हैं वह यहां मौजूद है। आप उनसे बात कर लीजिए और संतुष्ट हो जाइए। हम किसी को भी गांव में जाने की परमिशन नहीं देंगे।
Ajay Kumar's Report
BlackCatNews, Aligarh